
बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा – क्या किसी मनुष्य मे एक साथ पीर , बावर्ची ,भिश्ती
और खर ( मजदूरी करने वाला ) गुण हो सकते है ?मुझे ऐसे मनुष्य से मिलने की बहुत इच्छा है |
हुजूर की आज्ञा को पूरा करना मेरा फर्ज है ,कल दरबार मे आपके सम्मुख
ऐसा व्यक्ति पेश कर दूंगा |”बीरबल ने जवाब दिया |अगले दिन बीरबल
बादशाह दरबार मे एक गरीब मजदूर ब्राह्मण
को लेकर उपस्थित हुआ बादशाह से कहा _”जहाँपनाह आपकी इच्छा अनुसार मै ऐसा
व्यकित ले आया हूँ ,जैसा आप चाहते है |” इसमे चारों गुण मौजूद हैं ?”
बादशाह अकबर ने पूछा जी हुजूर ”| बताओ कैसे ?”हुजूर जात से यह
मनुष्य ब्राह्मण है और ब्राह्मण पूजनीय होते हैं अतः यह पीर है |ब्राह्मण
के हाथ का भोजन सभी खाते है इसलिए यह बावर्ची भी है |ब्राह्मण के हाथ
का पानी पीने से भी लोग परहेज नहीं करते इसलिए यह भिश्ती भी है और यह मनुष्य
पेशे से मजदूर है ,अतः खर है |”बहुत खूब बीरबल |”बादशाह अकबर प्रसन्न हुए
और उन्होने बीरबल की प्रशंसा की और तथा ब्राह्मण को पुरस्कृत कर विदा किया |
चार गुणवान व्यक्ति