
अकबर ने दरबार मे प्रश्न किया -“सबसे बड़ा कौन है ? दरबार मे जीतने
भी दरबारी बैठे थे सभी के अलग -अलग जवाब थे |शेर ,हाथी ऊंट ……….और
न जाने कैसे कैसे नाम दरबारिओ के मुह से निकलने लगे | तभी बीरबल जो
अब तक चुप बैठा था ,बोला जहाँपनाह ,मेरे बिचार मे तो गोद मे खेलेने
वाला एक छोटा सा बच्चा ही सबसे बड़ा है |”बीरबल के जवाब को सुनकर
सभी दरबारी हंस पड़े |अकबर से भी रहा न गया |वह भी हंस कर
बोले -“यह कैसे हो सकता है |छोटा सा बच्चा तो अपनी जरूरतों कए
लियए माँ -बाप पर निर्भर रहता है |वह सबसे बड़ा कैसे हो सकता है ?”””हुज़ूर
आप मुझे कल तक का समय दे ……..मै अपनी बात सिद्ध कर दूंगा |”अगले
दिन प्रातः जब दरबार लगा तो बीरबल गोद में एक छोटे से बच्चे को
लेकर उपस्थित हुआ |अकबर को यह जानने की उत्सुकता हुई की वह बच्चा
कौन है |बीरबल ने उसे अपने ही किसी रिश्तेदार का बच्चा बताया
और अकबर की गोद मे बैठा दिया |अकबर बड़े प्यार और लगाव से उस
बच्चे को पुचकारने लगे |कुछ देर बाद वह बच्चा उनकी मुछों को खिचने
लगा | यह देखते ही बीरबल अपने स्थान से खड़ा होता हुआ बोला -“जहाँपनाह ,
मैंने कहा था न की छोटा सा बालक ही सबसे बड़ा होता है अब आप ही देखिये
इस बालक ने आपकी मुछों पर हाथ डाल दिया |और किसी मे है हिम्मत
की आपकी मुछों पर हाथ भी लगा दे |”बीरबल की सूझबूझ पर दाद दिये
गए बगैर न रह सके अकबर