संघर्ष
इतिहास बताता है कि बड़े – बड़े विजेताओं को भी जीत से पहले हताश कर देने वाली बाधाओं का सामना करना पड़ा |
उन्हें जीत इसलिए मिली कि वे अपनी असफलताओं से मायूस नहीं हुए|
हमारा इम्तहान लेने के लिए जिन्दगी मे कभी जीत कि खुशियाँ आती हैं , तो कभी गम मिलते हैं |
यह हमारे पर निर्भर है कि उनका सामना कैसे करें | जीत कोशिश किया बिना नहीं मिलती |
तितली – बी . सी . फोबर्स
जीव विज्ञान (Biology) के एक अध्यापक अपने छात्रों को पढ़ा रहे थे,
कि सूँडी (Caterpillar) तितली में कैसे बदल जाती है |
उन्होने छात्रों को बताया कि कुछ ही घंटों मे तितली
अपनी खोल से बाहर निकलने की कोशिश करेगी |
उन्होने छात्रों को आगाह किया कि वे खोल से बाहर निकलने में तितली की मदद न करे |
इतना कह कर वह कक्षा से बाहर चले गए |
छात्र इंतजार करते रहे | तितली खोल से बाहर निकलने के लिए संघर्स करने लगी |
छात्र को उस पर दया आ गयी अपने अध्यापक की सलाह न मान कर उसने खोल से बाहर
निकलने की कोशिश कर रही तितली की मदद करने का फैसला किया |
उसने खोल को तोड़ दिया जिसकी वजह से तितली को बाहर निकलने के लिए
और मेहनत नहीं करनी पड़ी | लेकिन वह थोड़ी ही देर मे मर गयी |
वापस लौटने पर शिक्षक को सारी घटना मालूम हुई तब उन्होने छात्रों
को बताया कि खोल से बाहर आने के लिए तितली को जो संघर्ष करना पड़ता है |
उसी की वजह से उसके पंखों को मजबूती और शक्ति मिलती है | यही प्रकृति का नियम है |
तितली की मदद करके छात्र ने उसे संघर्ष करने का मौका नहीं दिया | नतीजा यह हुआ वह मर गयी |
अपनी जिंदगी पर भी यही उसूल लागू कीजिए | जिंदगी मे कोई भी कीमती चीज संघर्ष के बिना नहीं मिलती |
माँ- बाप अपने बच्चों को शक्ति हासिल करने के लिए संघर्ष करने का मौका नहीं देते |
इस तरह वे जिन्हें सबसे अधिक चाहते हैं उन्हीं को नुकसान पहुंचा बैठते हैं |