स्वप्नदोष का इलाज
सोते समय वीर्य के निकल जाने को स्वप्नदोष कहते | वैसे तो यह शिकायत
हर नौजवान को हो जाता है | मगर महीने में 1 या 2 बार हो जाए तो घबराना नहीं चाहिए |
बल्कि गर्म वस्तु , तेज मसाले , अंडे आदि खाने बन्द कर दें तो यह शिकायत अपने
आप दूर हो जाती है |
1. तुख्मकाहू , धनिया , अजवायन खुरासानी , तुख्मखीरा , नीलोफर , इसबगोल भूसी ,
कूंजा मिश्री बराबर वजन लेकर बारीक करके 6-6 ग्राम सुबह शाम ताजे पानी से 30 दिन
खायें | रोजाना होने वाला स्वप्नदोष रूक जाता है | परहेज गुड़ , चावल , खटाई , अंडा ,शराब
और दूध दवा खाने तक न पीयेँ |
2. तुलसी के बीज 4 – 4 ग्राम पानी में कुछ समय तक शाम को खायें |
3. बीज बन्द 3 ग्राम पानी से खाने से स्वपनदोष रूक जाता है |
4. सालब मिश्री , मूसली सफ़ेद , संदल सफ़ेद , इलायची छोटी , जीरा सफ़ेद,
सतावर , भूसी इसबगोल सब 10- 10 ग्राम लेकर बारीक कूटकर छान लें
और 6 – 6 ग्राम सुबह – शाम को दूध के साथ सेवन करें |
स्वप्नदोष
5. इमली के बीज 125 ग्राम 400 ग्राम दूध में भिगोकर रखें
दो दिन बाद छिलका उतार करके साफ करके पीस लें |
6-6 ग्राम सुबह – शाम पानी के साथ इस्तमाल करें | यह धात रोग के लिए है |
6. कीकर की कच्ची फलियाँ छाया में सुखाकर बारीक करके और बराबर की
मिश्री मिलाकर सुबह – शाम 6 -6 ग्राम दूध के साथ खाएँ , धातु व कमजोरी की
बढ़िया दवा है | कतरा लेस जाना बन्द होगा |
7. मुलहठी का चूर्ण 3 ग्राम शहद से चाटने पर स्वप्न दोष ठीक हो जाता है |
8. बनारसी आंवले का मुरब्बा एक नग प्रतिदिन पानी से धोकर चबा – चबा कर
खाएँ | यह नेत्र रोग और हृदय रोग को भी ठीक करता है | स्वप्नदोष का अच्छा
इलाज है
नोट – यह मानसिक बीमारी है , अतः मन को पवित्र करें | शीतल जल से स्नान करें |
रात्रि को गर्म दूध न पीयेँ तथा रात को सोने से पहले अपने पाँव ठंडे जल से अच्छी
तरह धोलें | इससे अच्छी नींद आती है तथा स्वप्नदोष भी नहीं होता |
विशेष बात – स्वप्नदोष की बीमारी जड़ से तो शादी के बाद खत्म होती है |महीने में
दो – तीन बार की तो चिन्ता मत कीजिए | इससे ज्यादा होने लगे तो इलाज
आवश्यक रूप से करवाना चाहिए |