Latest Romantic Jocks Hindi

नमस्कार दोस्तों जिस प्रकार से हमे स्वस्थ्य रहने के लिए अच्छे भोजन और अच्छी वातावरण की आवश्यकता होती है उसी प्रकार से मनोरंजन और खुल करके हँसने की भी आवश्यकता होती है इसीलिए हमने कुछ हिन्दी चुटकुला लिखा हूँ
एक औरत अपने 3-4 साल के बच्चे के साथ बुरी तरह बस में चढ़ने की कोशिश कर रही थी | यह देखर एक महाशय ने कहा — आप इस वस पर चढने की कोशिश न करे | यहाँ भीड़ में बच्चा पिस जायेंगा | औरत ने जवाब दिया — आप इसकी चिंता न करे | बच्चे को काटने की आदत है |
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मेरी पत्नी की याददाश्त बहुत ही खराव है || क्यों वाते भूल जाती है क्या | नहीं वह छोटी – छोटी बाते भी याद रखती है
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पत्नी — पता नही अब साड़ियो के कौन – कौन से नये फैशन निकलेंगे | पति — वही जो तुम्हें पसंद नही है और दूसरा जिसे लेने के लिए तुम्हारी जेब मे पैसे नही है ||
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एक जोड़ी की शादी को उस दिन 24 साल पूरे हो गये थे पत्नी बोली — हमें तो एक उत्सव मनाना चाहिए | इस पर पति ने सोचकर कहा — दो घंटे की चप्पी कैसी रहेगी ?
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मास्टर — अगर तुम्हारी माँ तुम्हें आठ आने और तुम्हारे छोटे भाई को एक रुपया दे तो क्या होगा ? मोहन — लड़ाई मास्टर जी बहुत ज़ोर की लड़ाई |
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डाक्टर और मरीज
डाक्टर ने मरीज से पूछा — तो तुम्हें रात में अक्सर कौन – सा सपना आता है ? मुझे हमेशा सपना आता है कि मेरा विवाह हो गया है |और ! और यह तुम्हारा विवाह किसके साथ होता है | सपने में ? अपनी पत्नी से | तभी तो सपना डरावना हो जाता है |
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जज ( ज़ोर से ) तुम्हें बार – बार अदालत में आते शर्म नहीं आती ? चोर — हुजूर मै तो साल में एक दो बार ही आता हूँ मगर आप तो रोज ही आते हैं |
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आदमी ( जो मकान किराये पर लेना चाहता था ) पीछे वाले कमरे की खिड़की बहुत छोटी है जरूरत पड़ने पर इसे प्रयोग नहीं किया जा सकता है
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मकान मालिक — इस्तेमाल करने का मौका भी नहीं आयेगा | मैं किरायेदारों से किराया हमेशा पेशगी ही लेता हूँ |
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Hindi Chutakule
कब्रिस्तान के चारो ओर बाढ़ लगाने के लिए चंदा वसूल किया जा रहा था | सभी ने चंदा दे दिया परंतु एक आदमी ने नहीं दिया बोला — बाढ लगाने की जरूरत क्या है ? कब्रिस्तान के अंदर ऐसा कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो अन्दर जाना चाहे फिर क्यों इतना खर्चा करने जा रहे हो लोगो को उसकी बात माननी पड़ी |
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दिल्ली की एक फर्म ने अपने प्रतिनिधि को बम्बई के एक बहुत बड़े व्यापारी से मिलने भेजा | प्रतिनिधि जितना चालाक था उतना ही भुलक्कड़ भी | बम्बई पहुंचकर वह व्यापारी का नाम भूल गया और जवाबी तार से दिल्ली से पूछा — व्यापारी का नाम क्या है उत्तर मिला — मगनलाल और हाँ तुम्हारा नाम बनवारी लाल है |
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श्राध्द के दिनो मे एक कुम्हार के गधे खो गये | अगले दिन उसके पिता का श्रध्द था | उसने एक ब्राह्मण को भोजन खिलाया खाना खिलाकर पूछा — पंडितजी खीर कैसी लगी ?
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पण्डित जो — बड़ी स्वादिष्ट लगी | तीनों लोक दिखाई दे गये | कुम्हार — तब तो हमारे गधे भी दिखाई दे रहें होंगे क्रपया बताइए कहा है ?
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एक लड़का बहुत देर से हिसाब लगा रहा था | परन्तु सवाल निकल ही रहा था | सब लड़को को छुटटी मिल गई पर उसे नही मिली | जब बहुत देर हो गई तो मास्टर ने कहा — तुम्हारा जवाब अभी भी ठीक नही है | अब भी 20 पैसे कम है | लड़के ने फैरान अपनी जब से बीस पैसे निकाल करे मास्टर के सामने मेज पर रख दिये और बोला — लीजिये मास्टर साहब और अब तो मेरी जान छोड़िये |
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डाक्टर और मरीज की चुटकुला
के समय रोगी ने रात को फोन किया डाक्टर ने पूछा — तुम्हें क्या शिकायत है ? रात के दो वजे है मुझे नींद आ रही है डाक्टर |रोगी ने जवाब दिया |डाक्टर ने कहा — मुझे दुख है कि मुझे लोरियाँ याद नहीं है | शायद तुम्हारी पत्नी इस काम को कर सके और फोन काट दिया ||
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अर्थशास्त्र इकोनोमिक्स के प्रोफेसर साहब बढ़ाने में मग्न थे | पत्नी घबराई हुई आई और बोली सुनिए छोटे बच्चे ने 40 पैसे का सिक्का निगल लिया है | किसी डाक्टर को बुला लीजिए प्रोफेसर — क्या अजीब बात करती हो जी | 40 पैसे के लिये डाक्टर को बुलवा रही हो | डाक्टर 40/ – रुपये फीस लेगा | भई ऐसी फिजूल खर्ची करने कि क्या जरूरत है ?
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सफाई पक्ष के वकील ने बहस करते हुये पूछा तो तुम्हें पक्का याद है कि वही शख्स है जिसने तुम्हारा घोड़ा चुराया था | उसे आदमी ने सिर खुजाते हुए कहा — आपको जिरह करने से पहले तो मुझे इस बात का यकीन था मगर अब मुझे इसमे शक होने लगा है कि शायद मेरे पास कोई घोड़ा भी था या नहीं |
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मास्टर साहब का चुटकुला
मास्टर ( समझाते हुये ) बच्चे मे तुम्हें इसीलिए पीटता हूँ कि मुझे तुमसे बहुत प्रेम है | तुम योग्य बन जाओ | मैं यही चाहता हूँ | लड़का — मास्टर सहाब ! प्रेम तो मुझे भी आपसे बहुत है मगर मैं छोटा होने के कारण इसका बदला नहीं चुका सकता हूँ |
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प्रश्न — भाई सुनो मछलिया पानी कि सतब पर आकर बाहर कि ओर क्यों झाँकती हैं ? उत्तर — यह देखने के लिए कि उनको ललचाई निगाहों से कौन – 2 देख रहा है |
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मास्टर — मोहन ! 98 वी सदी के वौज्ञानिक के बारे में कोई सही बात बताओ | मोहन — जी अब सब मर चुके हैं |
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प्रेमिका भावावेश में — प्रिय क्यों तुम मुझे दिसम्बर में भी इतना प्यार करोगे जितना कि अब फरवरी में करते हो ? प्रेमी — इससे भी ज्यादा डार्लिंग क्योकि दिसम्बर के महीने में तीन दिन अधिक होते है |
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लड़की — दादी तुम मेरा मुँह मत धोओ | दादी — क्यों बेटा ? जब मै तेरे बराबर की थी तो दिन में तीन बार मुँह धोती थी | लड़की — अब मैंने जाना कि आपका मुँह इतना क्यों सिकुड़ गया है |
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हिन्दी रोमांटिक चुट्कुले
ऐक्टर — जनाब ! दावत के सीन में मुझे असली शराब मिलनी चाहिए ताकि मेरा अभिनय वास्तविक मालूम हो | डायरेक्टर — श्रीमान तो जनाब आप आखिरी सीन में जहर भी असली ही खाना चाहोगे ताकि आपको मरने का सीन भी वास्तविक मालूम हो |
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शराब के मुकदमे में अदालत में गर्मागर्मबहस चल रही थी | सफाई का वकील कह रहा था — श्रीमान रात के 92 बजे सड़क के बीचों बीच अपने हाथों और घुटनो के बल झुका होना शराब पिए होने का कोई सबूत नहीं है | जी हाँ बिल्कुल नहीं पुलिस के वकील ने कहा — किन्तु आपके मुवक्किल तो सड़क के बीच बनी सफ़ेद लाइनों को लपेट कर बंडल बनाने क्क्रे कोशिश कर रहे थे |
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मास्टर — मोहन तुम्हें यह सोचकर आश्चर्य नहीं होता कि अण्डे से बच्चे कैसे होते ? मोहन — होता है सर पर उससे ज्यादा यह सोचकर होता है कि बच्चा उसके अन्दर पहुँच कैसे जाता है ?
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चने वाला
एक चने वाला बार – बार चिल्ला रहा था — एक बार खायेगा तो बार – बार खायेगा | सुनकर एक लड़के से न रहा गया और उसने उसकी आवाज कि नकल करते हुए कहा — मुफ्त खिलायेगा तो रोज – रोज खाएग ?
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एक बार एक महाशय अपाबे पड़ौसी के घर गये और उससे एक किताब माँग बैठे | पड़ौसी ने कहा – साहब किताब देने में मुझे कोई ऐतराज नहीं है परन्तु मैंने एक नियम बना रखा है कि मेरी किताब मेरे घर पर ही बैठकर पढ़ी जाये | वह महाशय निराश होकर लौट आये | सयोगवश दूसरे दिन उनके पड़ौसी इन्हीं महाशय के घर खुरपी मांगने आये | महाशय जी ने खुरपी बढ़ाने हुए कहा — याद रखिये मेरे यहाँ का नियम यह है कि मेरी खुरपी से मेरे अहाते की ही घास छीली जायेगी |
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एक लड़का वड़े गन्दे चेहरा और गन्दे हाथ लेकर स्कूल मे जाया करता था | उसके मास्टर ने एक रोज उसे बहुत डांटा और धमकी दी कि यदि दूसरे दिन फिर वह मैले हाथ लेकर आया तो मारे वेतों के हाथ की खाल खींच ली जायेगी | दूसरे दिन मास्टर ने उससे हथि दिखने को कहा तो उसने कर दिया | मास्टर ने फटकारते हुए कहा अगर तुम कक्षा में किसी का इससे ज्यादा गंदा दूसरा हाथ निकाल दो तो तुम्हारी सजा माफ हो सकती है नहीं तो आज वेतों की ,मार जरूर खानी पड़ेगी | यह सुनते ही लड़के ने झट अपना दूसरा हाथ सामने कर दिया |
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Funny chutakule
एक प्रसिध्द लेखक और बर्नाडशा के बीच बातचीत हो रही थी | वातों ही बातों में लेखक महोदय अपने पूर्वजो की लम्बी – चौड़ी वडाई करने लगे | वह बोले — मेरे पिताजी एक बहुत बड़े जमींदार थे मेरे बाबा बादशाह की सेना में सेनापति थे | मेरे दादा बर्नाडशाह बीच में ही उन्हे रोक कर बोले – बस भी करो यदि तुम इसी तरह बड़ाई करते गये तो कुछ देर में तुम्हें कहना पड़ेगा कि तुम्हारे पूर्वज बन्दर थे |
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एक बार मिस्टर चर्चिल ( इंगलैण्ड के प्रधानमंत्री ) एक सभा मे भाषण दे रहे थे | उनके विरोधी बार – बार हल्ला – गुल्ला करके बीच में विघ्न डाल रहे थे और चर्चिल की बुराइयाँ कर रहे थे | आखिर चर्चिल से सहन न हुआ उन्होने ज़ोर से कहा — दुनिया में केवल तीन तरह के लोग शोर मचाते हैं | पहले पागल दूसरे बेवकूफ और तीसरे गधे | अब आप तीनों में से कौन है | यह जानने के लिए मेरे करीब आ जाइये | मैं आपको बता दूँ कि आप कौन है ? विरोध फौरन खामोश हो गये |
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दो भुलक्कड़
दो भुलक्कड़ व्यक्ति शाम के समय घुलते हुए एक दूसरे से जा टकराये | एक दूसरे से जा टकराये | एक न दूसरे महाशय ने भी आश्चर्य से पहले की ओर देखते हुए कहा — मुझे भी कुछ – कुछ याद है कि मैंने आपको कहीं पर देखा है | वे दोनों चुपचाप खड़े – खड़े लगभग दस मिनट तक यह सोचते रहे कि उन लोगों ने एक – दूसरे को कहा देखा है पर किसी को याद नही आया | थोड़ी देर में स्थानीय कालेज का एक छात्र बहा से निकल आया और दोनों से चुपचाप खड़े होने का कारण पूछा | जब उसे कारण मालूम हुआ तब विधार्थी ने बताया कि वे तो एक ही कालेज के जिसमे वह पढ़ता है प्रोफेसर हैं | दोनों ने यह बताने के लिये लड़के को धन्यवाद दिया और आगे बढ़ गये |
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भूगोल का अध्यापक — एबरेस्ट क्या है ? लड़का — वह हिमालय को चोटी है | अध्यापक — जरा मज़ाकिया स्वभाग के थे उन्होने फिर पूछा तो तपाक से उत्तर मिला — जी यह भी हिमालय की एक दूसरी बड़ी चोटी है |
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सिपाही की वीरता
एक सिपाही को वीरता का एक तमगा मिला | लौटकर वह अपने मित्र को बताने लगा कि तमगा उसे कैसे मिला | उसने सुनाया कप्तान को आदमी की जरूरत थी उन्होने पूरे दस्ते को एक कतार में खड़ा करके बताया कि उस काम पर जाने उसे निःसन्देह वीरता का एक बड़ा तमगा मिलेगा | फिर उन्होने कहा जो आदमी उस काम को करने का हौसला रखता हो एक कदम आगे बढ़ जाये | और तुम एक कदम आगे बढ़ गये | दोस्त ने पूछा | नहीं भाई सिपाही ने कहा पूरी बात सुनो तो सही | पूरी की पूरी कतार एक कदम पीछे हट गई और मैं डर के आगे खड़ा रह गया |
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दूध वाला — बेटा झूँठ कभी मत बोलो | लड़का — लेकिन अगर कोई ग्राहक दूध में पानी मिलाने के बारे में पूछ तो ? दूध वाला — कह देना नहीं मिलाते हैं | लड़का — मगर हम तो मिलाते हैं | दूध वाला — बेटे हम तो पानी में दूध मिलाते हैं दूध में पानी कहाँ मिलाते हैं |
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एक बार गाँव से बारात आई एक हाथी पर एक मोटा आदमी बैठा था | गाँव वालों ने उसके चारो ओर भीड़ लगा ली | इसी पर मोटे आदमी ने डांट कर कहा — जी साहब हाथी तो देखा पर हाथी पर हाथी कभी नहीं देखा था |
